Dard shayri3.खुद ही रोए और खुद ही 😔चुप हो गए येसोच कर की कोई अपना होता तो रोने 🥲 न देतायारो नजर वही आता हैं जो नसीब मैं नही होता 🥲
5.रखा करो नजदीकिया ,जिंदगी का बरोशा नही...फिर कहोगे बताया भी नही चुप चाप चले गए और बताया भी नही...बस प्यार से khe dena तेरी जरूरत नही।🥲🥲करने को जब हमने भी करली मोहब्बत उनसे तो उन्होंने शौक बदल दिए😔😔इश्ते का नाम तुम रखलो।😊बेहाल देख कर हमअपना हाल ना बता पाए उनको खुशहाल देख कर।
Like comment share
3.खुद ही रोए और खुद ही 😔चुप हो गए ये
सोच कर की कोई अपना होता तो रोने 🥲 न देता
यारो नजर वही आता हैं जो नसीब मैं नही होता 🥲
5.रखा करो नजदीकिया ,
जिंदगी का बरोशा नही...
फिर कहोगे बताया भी नही चुप चाप
चले गए और बताया भी नही...
बस प्यार से khe dena तेरी जरूरत नही।🥲🥲
करने को जब हमने भी करली
मोहब्बत उनसे तो उन्होंने शौक बदल दिए😔😔
इश्ते का नाम तुम रखलो।😊
बेहाल देख कर हम
अपना हाल ना बता पाए उनको खुशहाल देख कर।
Like comment share
Comments